हिंदी दिवस
by Asha Singh, Teacher, ISW Cultural and Language School
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अपनी भाषा तो हिंदी है
सुंदर गाथा तो हिंदी है ,
मन के भाव को करे व्यक्त
अपनेपन की परिचायक है,
सुंदर इसकी हर ताल व लय
यह सुखकर है सुखदायक है।
आओ इसका सम्मान करें
निज बोल-चाल में आम करें,
जन जन में चेतना लाएं हम
यह गौरव है अभिमान करे।
मातृ भाषा अपनी हिंदी
हम बोलते हैं सुख पाते हैं,
एक दूजे से बाँधे बंधन
आपस में स्नेह लुटाते हैं।
अपने देश की गरिमा ये
दुल्हन के भाल की बिंदी है ,
अपनी तो भाषा हिंदी है
सुंदर गाथा तो हिंदी है !
स्वरचित और अप्रकाशित Authored and self published
14.9.2022. आशा
(दिल्ली)